Sunday 21 June 2015

बच्चों को पोलियो की दवा पिलाईं गई

नई दिल्ली। पूरे देश में पोलियो खत्म हो चुका है इसी की कड़ी में राजधानी में पल्स पोलियो दिवस को लेकर बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई व संकल्प लिया गया कि अब दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश को पोलियो को दूबारा पनपने नहीं दिया जाएगा।
नई पीढ़ी-नई सोच की ओर से हर बार की तरह इस बार भी पल्स पोलियो टीकाकरण कैम्प लगाया गया जिसमें 250 बच्चों ने पोलियो की दवा पी। यह कैम्प संस्था के कोषाध्यक्ष डॉ. आर. अंसारी की जनता क्लिनिक बुलंद मस्जिद, शास्त्री पार्क में लगाया गया। इस कैम्प का उद्घाटन संस्था के सरपरस्त श्री अब्दुल खालिक ने किया। उनके साथ संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष श्री साबिर हुसैन भी मौजूद थे।
कैम्प में बच्चों को पोलियो की ड्राप्स सुबह 9 बजे से ही पिलाई जाने लगी थी और शाम 4 बजे तक 250 बच्चों को पोलियो की ड्राप्स पिलाई गई इस बार पोलियो की दवा कम बच्चे ही पाए क्योंकि सुबह से ही बरसात हो रही थी। संस्था के पदाधिकारियों और सदस्यों ने घर-घर जाकर लोगों को पोलियो ड्राप्स पिलाने के लिए प्रोरित किया और पोलियो की ड्राप्स न पिलाने के नुकसान बताए।
अब्दुल खालिक ने कहा कि संस्था हमेशा हर तरह के राष्ट्रीय प्रोग्राम में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती है और बीच-बीच में जनता को भी इन प्रोग्राम के प्रति जागरूक करती है। संस्था के सदस्यों ने आज पूरी दिन लोगों के घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो केंद्र पर 0-5 वर्ष के बच्चों को पोलियो की ड्राप्स पिलाने के लिए कहा।
संस्था के अध्यक्ष साबिर हुसैन ने कहा कि हमारी पूरी कोशिश रहती है कि हम लोगों की ज्यादा से ज्यादा मदद करते रहें, क्योंकि दूसरों की मदद करने में जो शुकून मिलता है वह और किसी दूसरे काम में नहीं मिलता।
संस्था के कोषाध्यक्ष डॉ. आर. अंसारी ने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही मुहिम को हम जनता तक पहुंचा रहे हैं। आज पोलियो जड़ से खात्मे की ओर जा चुका है दूसरी बीमारियों पर भी सरकार जल्द कामयाबी हासिल करने में लेगी है और कुछ बीमारियों पर कामयाबी हासिल कर चुकी है।
इस अवसर पर सरपरस्त अब्दुल खालिक, संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष साबिर हुसैन, मौ. रियाज, डॉ. आर. अंसारी, मो. यामीन, आजाद, अंजार, मौ. सज्जाद, कुरबान, फुरकान, गुलजार, शान बाबू, इरफान आलम, मो. सहराज, विनोद, अब्दुल रज्जाक आदि मौजूद थे।

Wednesday 17 June 2015

नए शिक्षकों को भी परीक्षा देने का मौका मिले : साबिर हुसैन

नई दिल्ली। नई पीढ़ी-नई सोच संस्था हर तरह से समाज के लिए कार्य करने के लिए आगे रहती है। चाहे किसी भी तरह कार्य हो। जैसे स्वास्थ्य कैंप लगवाना, लोगों के खाता खुलवाना, पहचान पत्र बनवाना, आधार कार्ड बनवाना आदि। इसी कड़ी में संस्था ने एक अध्याय और जोड़ा है।
संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष श्री साबिर हुसैन ने दिल्ली सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा गेस्ट टीचरों को नियमित करने के कदम का स्वागत किया है और सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा मांगे गए सुझाव व शिकायत पर संस्था की ओर से कुछ सुझाव रखे हैं।
उन्होंने कहा कि मैं और मेरी संस्था शिक्षा विभाग व दिल्ली सरकार द्वारा गेस्ट टीचरों को स्थायी करने के सर्पुलर का स्वागत करते हैं व उन्हें बधाई देते हैं कि लंबे समय से कार्य कर रहे गेस्ट टीचरों को नियमित किया जाएगा। साबिर हुसैन ने अपनी राय रखते हुए पत्र में कहा कि इस सर्पुलर में नए शिक्षकों को कोई स्थान नहीं दिया गया है जो कि गलत है। क्योंकि जो नए शिक्षक हैं वह कहां जाएंगे। जिन लोगों की अक्तूबर से दिसम्बर 2014 के बीच वेरिफिकेशन हुई थी लेकिन उन्हें यह कहकर नियुक्ति नहीं दी गई कि पिछले साल कार्य करने वाले टीचरों को पहले रखा जाएगा जिन्होंने कैट में केस जीता है।
उन्होंने कहा कि नए शिक्षकों का फार्म आदि भरवाएं और उन्हें भी परीक्षा आदि देने का मौका दें, चाहे उन्हें बाद में नियुक्ति दें क्योंकि 2014 में कई लोगों की वेरिफिकेशन हुई है और शिक्षा विभाग में टीचरों के कई सारे पद खाली हैं।
उन्होंने पत्र के आखिर में कहा कि शिक्षा विभाग में कई सारे टीचर फर्जी तरीके से कार्य कर रहे उनकी जांच हो और उन पर कार्यवाही हो क्योंकि ऐसे ही शिक्षक सरकार व शिक्षा विभाग के सर्पुलर का विरोध कर रहे हैं। उन्हें पता है कि अगर हमने परीक्षा दी तो हम फेल हो जाएंगे, यदि हम पास हो भी गए तो सत्यापन में फेल हो जाएंगे।
साबिर हुसैन ने सरकार व शिक्षा विभाग से आखा की है कि वह नए शिक्षकों को परीक्षा देने का मौका देगी ताकि भविष्य की परेशानी से निपटा जा सके।

कब्रिस्तान का क्षेत्रफल बढ़ाने की मांग की

नई दिल्ली। नई पीढ़ी-नई सोच संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष साबिर हुसैन ने बुलंद मस्जिद कालोनी के कब्रिस्तान को बढ़ाने के लिए उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री, अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री व शहरी विकास मंत्री मनीष सिसोदिया, डीडीए उपाध्यक्ष, महापैर पूर्वी दिल्ली एमसीडी, उपायुक्त पूर्वी दिल्ली एमसीडी, चेयरमेन/सचिव दिल्ली वक्फ बोर्ड, गांधीनगर विधायक अनिल कुमार वाजपेयी, धर्मपुरा वार्ड 233 की निगम पार्षद तुलसी को पत्र लिखा।
उन्होंने पत्र में लिखा कि बुलंद मस्जिद कालोनी जो पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र, गांधीनगर विधानसभा व धर्मपुरा वार्ड 233 के अंतर्गत आती है। इस कालोनी में एक कब्रिस्तान है जो कालोनी अनुसार तो ठीक है परंतु इस कालोनी के अलावा भी यहां पर मय्यतों को दफनाया जाता है जैसे जैन मंदिर शास्त्री पार्क, चांद मस्जिद शास्त्री पार्क, कैथवाड़ा, उस्मानपुर पहला, दूसरा पुस्ता, कैलाश नगर, अजीत नगर, धर्मपुरा, चंद्रपुरी, अजीत नगर, गांधीनगर आदि जिस कारण यह कब्रिस्तान काफी छोटा पड़ गया है।
उन्होंने पत्र में आगे लिखा कि कब्रिस्तान के चारों तरफ काफी जमीन पड़ी है जिसे किसी भी ओर चैड़ा या बड़ा किया जाए तो कोई परेशानी नहीं होगी क्योंकि रोजाना यहां लगभग 5-8 मय्यतों को दफनाया जाता है जिससे यह कब्रिस्तान छोटा पड़ रहा है। यदि इसे बढ़ाया अथवा चैड़ा किया जाए तो यह कालोनी वालों के साथ-साथ आस-पास से आने वाली मय्यतों को दफनाने में कोई परेशानी नहीं आएगी।
उन्होंने पत्र में लिखा कि यहां पर सभी कब्रें नई हैं जिस कारण यहां पर दूसरी मय्यतों को दफनाना मुश्किल है क्योंकि कोई भी क्रब जब तक अपने आप नहीं धंस जाती तब तक उसमें दूसरी मय्यत को दफनाया नहीं जा सकता। किसी भी क्रब को धंसने व दूबारा तैयार करने के लिए लगभग 3-4 साल लग जाते हैं। जबकि यहां 5-8 मय्यतों को रोजाना दफनाया जाता है ऐसे में यह कब्रिस्तान रोजाना छोटा होता जा रहा है।
उन्होंने पत्र के आखिर में लिखा कि इस ओर जल्द से जल्द ध्यान दें ताकि यहां हो रही परेशानी को कम किया जा सके क्योंकि यदि समय रहते यह परेशानी कम नहीं हुई तो यहां परेशानी बढ़ेगी। कब्रिस्तान को किसी भी ओर बढ़ाया जा सकता है।

Wednesday 3 June 2015

नई पीढ़ी-नई सोच संस्था की ओर से शबे बारात के मौके पर आयोजित किए गए प्रोग...

नई पीढ़ी-नई सोच संस्था की ओर से शबे बारात के मौके पर आयोजित किए गए प्रोग...

नई पीढ़ी-नई सोच संस्था की ओर से शबे बारात के मौके पर आयोजित किए गए प्रोग्...

3 जून, 2015 को नई पीढ़ी-नई सोच संस्था की यूथ विंग की ओर से शबे बारात के मौके पर आयोजित किए गए प्रोग्राम की एक झलक

शबे बारात पर कार्यक्रम का आयोजन आज

नईं दिल्ली। हर साल शबे बारात की रात में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और इस रात की फजीलत के बारे में जानकारी दी जाती है। यह रात इबादत की रात कहलाती है। कहा जाता है कि इस रात में जितनी इबादत की जाए वह कम है क्योंकि यह रात साल में एक बार आती है जिसे शबे कदर की रात भी कहते हैं।
वहीं इस साल नई पीढ़ी-नई सोच संस्था की नौजवान (युवा) विंग की ओर से भी कार्यक्रम का आयोजन संस्था के केंद्रीय कार्यालय के निकट किया जाएगा। इसमें कई सारे प्राोग्राम किए जाएंगे जैसे नात, तकरीर, बयान आदि। इसमें मदनी मस्जिद के इमाम जनाब हाफिज मो. इकराम, हाफिज मतीन, हाफिज शमसे आलम आदि अपने बयान व तकरीर देंगे। वहीं मदनी मस्जिद में पढ़ने वाले बच्चे भी नात व दीन की बातों की जानकारी देंगे। इसके लिए बच्चों को इनाम व संस्था की ओर से प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।
इस कार्यक्रम की जानकारी संस्था के अध्यक्ष श्री साबिर हुसैन ने दी कि संस्था की नौजवान विंग ने पूरे कार्यक्रम की जिम्मेदारी ली है और उसे अंजाम दे रहे हैं।
इसमें मो. रियाज, डॉ. आर. अंसारी, मो. यामीन, फुरकान, गुलजार, मो. नसीम, मो. सज्जाद, मो. जसीम, मो. कुरबान, अंजार, मो. अरशद, अबूजर, रिजवान, मो. साजिद आदि नौजवानों का योगदान है।

Monday 1 June 2015

शबे बारात पर बच्चों को गाड़ी न दें अभिभावक: साबिर हुसैन

नई दिल्ली। नई पीढ़ी-नई सोच संस्था द्वारा शबे बारात के मौके पर चलाए जा रहे जागरूकता अभियान की शुरुआत आज संस्था के कार्यालय से शुरू हुई। इस जागरूकता अभियान की शुरुआत  संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष श्री साबिर हुसैन ने संस्था के पदाधिकारी व सदस्यों को जानकारी देते हुए की। साबिर हुसैन ने कहा कि शबे बारात की रात को भी हम सभी पदाधिकारी व सदस्य रोड पर निकलकर लोगों को इस रात की फजीलत बताएंगे व जहां भी शबे बारात से संबंधित प्रोग्राम हो रहा होगा वहां भी इस जागरूकता अभियान से लोगों को जोड़ेंगे ताकि लोग अपनी सुरक्षा के साथ दूसरों को भी इस रात को सैर सपाटे में तब्दील न करने से रोकें।
साबिर हुसैन ने आगे कहा कि लोग खासकर युवा पीढ़ी इस रात को सैर सपाटे में तब्दील कर देते हैं जबकि यह गलत है। उन्होंने कहा कि यह रात ऐसी रात है जिसमें जितनी इबादत की जाए उतनी कम है।
उन्होंने कहा कि हर साल शबे बारात की रात में कई लोग अपनी जान गंवा बैठते हैं। इसमें कई बार गलती खुद की होती है तो कई बार दूसरे की गलती का खामियाजा भुगतना पड़ता है।
दिल्ली पुलिस की लाख कोशिशों के बाद भी हर साल बाइक सवार हुड़दंग करने से बाज नहीं आते हैं और अपनी व दूसरों की जान को नुकसान पहुंचाते हैं। शबे बारात की रात इबादत की रात है। बाइक आदि से हुड़दंग मचाने की नहीं।
उन्होंने आगे कहा कि जबकि कुछ नौजवान इन बातों को भूलकर अपनी ही दुनिया में मस्त हो जाते हैं और बाइक आदि से हुड़दंग मचाते हैं और यह समझते हैं कि आज पुलिस भी कुछ नहीं कहेगी जो कि गलत है। पुलिस धार्मिक भावनाओं के कारण उन्हें कुछ नहीं कहती। साबिर हुसैन न कहा कि सभी अभिभावकों को यह ध्यान रखना होगा कि आपका बच्चा आपकी गाड़ी तो नहीं ले जा रहा है। उन्हें गाड़ी न दें बल्कि इस रात की फजीलत के बारे में जानकारी दें जिससे सभी को फायदा होगा।


शबे बारात पर कार्यक्रम का आयोजन आज
नईं दिल्ली। हर साल शबे बारात की रात में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और इस रात की फजीलत के बारे में जानकारी दी जाती है। यह रात इबादत की रात कहलाती है। कहा जाता है कि इस रात में जितनी इबादत की जाए वह कम है क्योंकि यह रात साल में एक बार आती है जिसे शबे कदर की रात भी कहते हैं।
वहीं इस साल नई पीढ़ी-नई सोच संस्था की नौजवान (युवा) विंग की ओर से भी कार्यक्रम का आयोजन संस्था के केंद्रीय कार्यालय के निकट किया जाएगा। इसमें कई सारे प्राोग्राम किए जाएंगे जैसे नात, तकरीर, बयान आदि। इसमें मदनी मस्जिद के इमाम जनाब हाफिज मो. इकराम, हाफिज मतीन, हाफिज शमसे आलम आदि अपने बयान व तकरीर देंगे। वहीं मदनी मस्जिद में पढ़ने वाले बच्चे भी नात व दीन की बातों की जानकारी देंगे। इसके लिए बच्चों को इनाम व संस्था की ओर से प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।
इस कार्यक्रम की जानकारी संस्था के अध्यक्ष श्री साबिर हुसैन ने दी कि संस्था की नौजवान विंग ने पूरे कार्यक्रम की जिम्मेदारी ली है और उसे अंजाम दे रहे हैं।
इसमें मो. रियाज, डॉ. आर. अंसारी, मो. यामीन, फुरकान, गुलजार, मो. नसीम, मो. सज्जाद, मो. जसीम, मो. कुरबान, अंजार, मो. अरशद, अबूजर, रिजवान, मो. साजिद आदि नौजवानों का योगदान है।

VIR ARJUN 1-6-2015


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