
उन्होंने पत्र की शुरुआत में लिखा कि दिल्ली सरकार द्वारा रात में चलाई जा रही बसों में काफी दिक्कते हैं जिस कारण सवारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। परेशानी भी कई हैं जैसे रात में कई रूटों पर स्टैंडर्ड गेज की बसे लगा रखी हैं जिसमें यही नहीं पता चलता है कि यह बस है या कुछ और क्योंकि कई रूटों पर रोड़ों पर लाइट नहीं है और तो और इन पर जो बोर्ड लगे होते हैं वह दूर से नजर नहीं पड़ते और जब बस पास आती है तो बस ड्राइवर उसे नहीं रोकता। कई रूटों पर तो लो फ्लोर बस वाले भी अंधेरे का फायदा उठाकर स्टैंड पर बस नहीं रोकते और किसी तरह बस रूकवा लो तो वह ऐसे देखते हैं जैसे सवारी चोर हो। यदि सवारी को कुछ ही दूरी पर जाना हो तो कंडक्टर टिकट भी नहीं देता जिससे डीटीसी विभाग को नाइट सर्विस की बसों में भी नुकसान हो रहा है।
उन्होंने आगे लिखा कि स्टैंडर्ड गेज की बसों में न तो लाइट का सही इंतजाम है और न ही वह अंधेरे मेें पता चलती है कि वह बस ही है क्योंकि उसमें लगा बोर्ड चमकता ही नहीं। अंदर भी सीटों का बुरा हाल है यह टूटी हैं। एसी वाली बसों के एसी चलते नहीं। ऐसी कई परेशानी हैं जिससे रात्रि सेवा में यात्रियों को परेशानी होती है। उन्होंने सरकार से आशा की है कि वह जल्द ही परेशानी को ठीक करवा देंगे।