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Wednesday, 14 December 2011
Monday, 5 December 2011
Saturday, 3 December 2011
Thursday, 1 December 2011
Saturday, 19 November 2011
Wednesday, 16 November 2011
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में छात्रों को निःशुल्क प्रवेश की मांग
नई दिल्ली। नई पीढ़ी-नई सोच (पंजी.) संस्था ने अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले के प्रबंधक व अध्यक्ष को पत्र लिखकर मांग की है कि राजधानी के प्रगति मैदान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में राजधानी के छात्रों को फ्री प्रवेश प्रदान किया जाए। यह पहला अवसर है जब स्कूली छात्रों को व्यापार मेले में फ्री प्रवेश से वंचित रखा जा रहा है। संस्था के अध्यक्ष साबिर हुसैन ने का कहना है कि यह कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी व्यापार मेला लग रहा है। जिसमें स्वूली बच्चे भी व्यापर मेला देखने जाते हैं परंतु इस पर सुरक्षा के कारण छात्रों को निःशुल्क व्यापार मेला देखने पर पाबंदी लगा दी है जिस कारण छात्रों में काफी रोष है।
साबिर हुसैन ने बताया कि व्यापार मेले की प्रतीक्षा राजधानी के छात्र वर्ष भर व्याकुलता से करते हैं जिसे देखने के बाद दिल्ली के छात्रों को विश्व में हो रही व्यापारिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक प्रगति की जानकारी होती है। छात्रों के कारण ही व्यापार मेले का वातावरण निर्मित होता है जोकि अंतर्राष्ट्रीय जगत के लोगों में राजधानी के युवा वर्ग की जिज्ञासु तथा जुझारू प्रवृत्ति प्रस्तुत करने का एक सशक्त माध्यम ही साबित होता है।
उन्होने आगे बताया कि राजधानी के अधिकतर छात्र जेब खर्च के लिए पूरी तरह अपने अभिभावकों पर निर्भर हैं ऐसे में छात्रों से सुरक्षा कारणों की आड़ से पैसा वसूलने की योजना ठीक नहीं। दिल्ली सरकार को भी चाहिए कि वह तुरंत इसमें हस्तक्षेप कर छात्रों को मेले में निःशुल्क प्रवेश दिलवाएं।
Tuesday, 15 November 2011
Wednesday, 9 November 2011
बुलन्द मस्जिद शास्त्री पार्क में बनने शुरू हुए यूनिक कार्ड
नई दिल्ली। पिछले काफी समय से नई पीढ़ी-नई सोच संस्था द्वारा बुलन्द मस्जिद शास्त्री पार्क में यूनिक आई कार्ड बनाने के लिए कैम्प की मांग पर कार्यं पूरा हो गया और बुलन्द मस्जिद, शास्त्री पार्क में भी यूनिक आई कार्ड का कैम्प लगा दिया गया। इस कैम्प का उद्घाटन संस्था के अध्यक्ष साबिर हुसैन ने इस कैम्प में अपना पहला यूनिक आई कार्ड बनवाकर किया। अपना यूनिक आई कार्ड बनवाने के बाद वहां सभी को प्रसाद स्वरूप मिष्ठान बांटा गया।
साबिर हुसैन ने कहा कि काफी मेहनत के बाद इस कैम्प को शुरू किया गया है परंतु फिर भी संस्था उन सभी का धन्यवाद करती है जिसने इस कैम्प को मंजूरी दी, क्योंकि बुलन्द मस्जिद, शास्त्री पार्क में 50-60 हजार लोग रहते हैं।
जिनको दूसरी जगहों पर जाकर यूनिक आई कार्ड बनवाना पड़ रहा था और कभी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। इस मौके पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा शाहदरा के अध्यक्ष नवाब भाईं बेल्ट वाले, फारुक भाईं बत्ती वाले, मुन्ना भाई कैंची वाले, डा. आर अंसारी, अब्दुल खालिद, नासिर सुलतान, अंसार, अंजार, शोएब, मो. रियाज, नियामत, शान बाबू, विनोद वुमार, इस्लामुद्दीन, हिमांशु, सज्जाद, आजाद, सुलतान रजी अहमद आदि संस्था के पदाधिकारियों, सदस्य व कॉलोनीवासी मौजूद थे।
Wednesday, 2 November 2011
अब्दुल खालिक का सर्वाेदय स्कूल पीटीए के वाइस चेयरमेन बनने पर बधाई दी
नई दिल्ली। नई प़ीढ़ी-नई सोच संस्था के सरपरस्त श्री अब्दुल खालिक को राजकीय सर्वाेदय सहशिक्षा उच्च माध्यमिक विद्यालय, बुलंद मस्जिद के पीटीए (शिक्षक अभिभावक संघ) चुनाव में सर्वसम्मति से वाइस चेयरमैन चुने जाने पर संस्था के पदाधिकारियों सदस्यों व शास्त्री पार्क रेजीडेंट वैलफेयर सेवा समिति ने बधाई दी ।
संस्था के अध्यक्ष श्री साबिर हुसैन ने कहा कि श्री अब्दुल खालिक का वाइस चेयरमैन चुना जाना संस्था के लिए तो अच्छा है ही बच्चों के भविष्य के लिए भी अच्छा है।
सेवा समिति के अध्यक्ष श्री एमए खान ने कहा कि अब्दुल खालिक समाज के लिए कार्य करते रहते हैं और स्कूल में बच्चों को हो रही समस्या को भी यह भलीभांति जानते हैं। अब यह जल्दी ही बच्चों को हो रही परेशानी को दूर करने की कोशिश करेंगे।
अब्दुल खालिक ने बताया कि लोगों ने मुझे चुना है, मैं उनके विश्वास पर खरा उतरुंगा। इस विद्यालय में मेरे बच्चे भी प़ढ़ते हैं। मुझे पता है स्कूल में काफी परेशानियां हैं उसे जल्द से जल्द विद्यालय के उपप्रधानाचार्य व पीटीए के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर जरूर हल करवाने की कोशिश करूंगा।
संस्था के अध्यक्ष श्री साबिर हुसैन ने कहा कि श्री अब्दुल खालिक का वाइस चेयरमैन चुना जाना संस्था के लिए तो अच्छा है ही बच्चों के भविष्य के लिए भी अच्छा है।
सेवा समिति के अध्यक्ष श्री एमए खान ने कहा कि अब्दुल खालिक समाज के लिए कार्य करते रहते हैं और स्कूल में बच्चों को हो रही समस्या को भी यह भलीभांति जानते हैं। अब यह जल्दी ही बच्चों को हो रही परेशानी को दूर करने की कोशिश करेंगे।
अब्दुल खालिक ने बताया कि लोगों ने मुझे चुना है, मैं उनके विश्वास पर खरा उतरुंगा। इस विद्यालय में मेरे बच्चे भी प़ढ़ते हैं। मुझे पता है स्कूल में काफी परेशानियां हैं उसे जल्द से जल्द विद्यालय के उपप्रधानाचार्य व पीटीए के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर जरूर हल करवाने की कोशिश करूंगा।
Monday, 31 October 2011
Sunday, 30 October 2011
Monday, 24 October 2011
Friday, 21 October 2011
Tuesday, 18 October 2011
Saturday, 15 October 2011
Thursday, 6 October 2011
Wednesday, 5 October 2011
शास्त्री पार्क क्षेत्र में यूनिक आई कार्ड कैम्प खोलने की मांग
नई दिल्ली। नई पीढ़ी-नई सोच संस्था ने बुलन्द मस्जिद शास्त्री पार्क क्षेत्र में यूनिक आई कार्ड केन्द्र खोलने की मांग की है। संस्था के अध्यक्ष साबिर हुसैन के मुताबिक शास्त्री पार्क क्षेत्र में लगभग डेढ़ लाख की जनसंख्या है जैसे बुलन्द मस्जिद, शास्त्री पार्क में (50-60 हजार की जनसंख्या), जैन मंदिर, शास्त्री पार्क में (30-40 हजार की जनसंख्या), चांद मस्जिद, शास्त्री पार्क में (40-50 हजार जनसंख्या) है परंतु इतनी बड़ी जनसंख्या होने के बावजूद यहां अभी तक एक भी कैम्प या सेंटर नहीं खोला गया है। जिसकी वजह से लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है और भटक भी रहे हैं।
उन्होंने कहा जहां कहीं भी लोग अपना विशिष्ट पहचान पत्र (यूनिक आई कार्ड) बनवाने जाते हैं तो उन्हें चक्कर कटवाए जा रहे हैं। कहीं पर एक दिन में सिर्फ 100 फार्म ही जमा करते हैं, उसके बाद कोई फार्म नहीं लेते। कहीं पर 12 बजे के बाद फार्म नहीं लेते। कुछ ऐसी ही और परेशानी हैं जिसकी वजह से लोगों को यूनिक आई कार्ड बनवाने के लिए दो-चार होना पड़ता है। इसके लिए हमने एसडीएम सीलमपुर व एसडीएम गांधीनगर को पत्र लिखा है परंतु उनकी तरफ से अभी कोई पहल नहीं की गई है।
उन्होंने कहा पूरा शास्त्री पार्क क्षेत्र दो लोकसभा, दो विधानसभा, दो वार्डों में बंटा हुआ है जैसे बुलन्द मस्जिद व जैन मंदिर शास्त्री पार्क धर्मपुरा वार्ड (233), गांधीनगर विधानसभा (61), लोकसभा पूर्वी दिल्ली में आता है और वहीं चांद मस्जिद, शास्त्री पार्क सीलमपुर वार्ड, सीलमपुर विधानसभा(65), उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में है।
Wednesday, 28 September 2011
Monday, 26 September 2011
Sunday, 25 September 2011
सभी स्कूलों में उर्दू को अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाने की मांग
नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में उर्दू का स्तर तेजी से गिर रहा है परंतु सरकार इस पर बिल्कुल भी गंभीर नजर नहीं आ रही हैै, क्योंकि लम्बे समय से दिल्ली के स्कूलों में उर्दू शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं व पर्याप्त मात्रा में उर्दू की किताबें भी मौजूद नहीं हैं। इस पर नई पीढ़ी-नई सोच संस्था ने चिंता व्यक्त करते हुए उप राज्यपाल, शीला दीक्षित (मुख्यमंत्री), अरविंदर सिंह लवली (शिक्षा मंत्री), शिक्षा निदेशक, उप शिक्षा निदेशक, सेक्रेटरी(उर्दू अकादमी) को पत्र लिखकर सभी स्कूलों में उर्दू को अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाने व जल्द से जल्द उर्दू षिक्षकों की नियुक्त करने की मांग की है।
संस्था के अध्यक्ष श्री साबिर हुसैन ने कहा कि सभी स्कूलों में उर्दू को अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाया जाए व पर्याप्त मात्रा में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति की जाए। आज के समय में उर्दू का स्तर तेजी से गिर रहा है,क्योंकि अधिकतर स्कूलों में उर्दू शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं व पर्याप्त मात्रा में उर्दू की किताबें भी मौजूद नहीं हैं।
उर्दू को हिन्दी के बाद दूसरा स्थान दिया गया है परंतु इसकी ओर कोई ध्यान देने को तैयार नहीं है। सब इस पर सिर्फ खानापूर्ति करते हैं मगर इस पर कोई ठोस कार्यवाही करने को तैयार नहीं है। यदि समय-समय पर स्कूलों में सर्वे आदि हो तो इस भाषा को जल्द से जल्द बुलंदी की ओर ले जाया जा सकता है।
संस्था के अध्यक्ष श्री साबिर हुसैन ने कहा कि सभी स्कूलों में उर्दू को अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाया जाए व पर्याप्त मात्रा में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति की जाए। आज के समय में उर्दू का स्तर तेजी से गिर रहा है,क्योंकि अधिकतर स्कूलों में उर्दू शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं व पर्याप्त मात्रा में उर्दू की किताबें भी मौजूद नहीं हैं।
उर्दू को हिन्दी के बाद दूसरा स्थान दिया गया है परंतु इसकी ओर कोई ध्यान देने को तैयार नहीं है। सब इस पर सिर्फ खानापूर्ति करते हैं मगर इस पर कोई ठोस कार्यवाही करने को तैयार नहीं है। यदि समय-समय पर स्कूलों में सर्वे आदि हो तो इस भाषा को जल्द से जल्द बुलंदी की ओर ले जाया जा सकता है।
साबिर हुसैन ने आगे बताया कि आज लगभग 1500-2000 पद उर्दू शिक्षकों के खाली हैं परंतु इनकी भरपाई अभी तक नहीं हो पाई है जो विद्यालय उर्दू मीडियम थे उन्हें भी खत्म कर दिया गया है। जिसका खामियाजा बच्चों को भरना पड़ता है।
वहीं राजकीय सर्वोदय सह-शिक्षा उच्च माध्यमिक विद्यालय, बुलंद मस्जिद, शास्त्री पार्क, दिल्ली यह स्कूल पहली से पांचवीं कक्षा तक उर्दू मीडियम है परंतु पहली कक्षा से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को उर्दू पढ़ाना वाला अभी तक कोई भी शिक्षक मौजूद नहीं है। जिस कारण यहां के बच्चों के अभी तक उर्दू की वर्णमाला (उर्दू की तख्ती) के बारे में भी मालूम नहीं है।
वहीं राजकीय सर्वोदय सह-शिक्षा उच्च माध्यमिक विद्यालय, बुलंद मस्जिद, शास्त्री पार्क, दिल्ली यह स्कूल पहली से पांचवीं कक्षा तक उर्दू मीडियम है परंतु पहली कक्षा से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को उर्दू पढ़ाना वाला अभी तक कोई भी शिक्षक मौजूद नहीं है। जिस कारण यहां के बच्चों के अभी तक उर्दू की वर्णमाला (उर्दू की तख्ती) के बारे में भी मालूम नहीं है।
यहां पर लगभग 2500 बच्चें उर्दू पढ़ने वाले हैं मगर अभी तक कोई स्थायी शिक्षक मौजूद नहीं लेकिन यहां पर 25-30 बच्चें ही संस्कृत पढ़ने वाले हैं उनके लिए संस्कृत की स्थायी शिक्षक मौजूद है। क्या यह उर्दू पढ़ने वाले बच्चों के साथ नाइंसाफी नहीं तो और क्या है?
क्या सरकार इस पर जान बूझकर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है, क्योंकि लम्बे समय से दिल्ली के स्कूलों में उर्दू के शिक्षकों की कमी है परंतु सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। सरकार से पूछा जाता है कि उर्दू शिक्षकों की भर्ती कब तक की जाएगी तो उनका दो टूक जवाब होता है कि उर्दू अकादमी को इसकी जिम्मेदारी दे रखी है मगर उर्दू अकादमी से पता चलता है कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है।
साबिर हुसैन ने मांग की है कि सभी स्कूलों में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति जल्द से जल्द की जाए, उर्दू को अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाया जाए व उर्दू की किताबें पूरी तरह से मौजूद कराई जाए, उर्दू को पहली कक्षा से ही अनिवार्य रूप से लागू किया जाए, जो स्कूल उर्दू मीडियम थे उन्हें खत्म न किया जाए बल्कि वहां ज्याद से ज्याद उर्दू शिक्षक भेजे जाएं, जल्द से जल्द उर्दू का सिलेबस स्कूलों को भेजा जाए व शिक्षा निदेशालय की साइड www.edudel.nic.in पर भी डाला जाए।
क्या सरकार इस पर जान बूझकर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है, क्योंकि लम्बे समय से दिल्ली के स्कूलों में उर्दू के शिक्षकों की कमी है परंतु सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। सरकार से पूछा जाता है कि उर्दू शिक्षकों की भर्ती कब तक की जाएगी तो उनका दो टूक जवाब होता है कि उर्दू अकादमी को इसकी जिम्मेदारी दे रखी है मगर उर्दू अकादमी से पता चलता है कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है।
साबिर हुसैन ने मांग की है कि सभी स्कूलों में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति जल्द से जल्द की जाए, उर्दू को अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाया जाए व उर्दू की किताबें पूरी तरह से मौजूद कराई जाए, उर्दू को पहली कक्षा से ही अनिवार्य रूप से लागू किया जाए, जो स्कूल उर्दू मीडियम थे उन्हें खत्म न किया जाए बल्कि वहां ज्याद से ज्याद उर्दू शिक्षक भेजे जाएं, जल्द से जल्द उर्दू का सिलेबस स्कूलों को भेजा जाए व शिक्षा निदेशालय की साइड www.edudel.nic.in पर भी डाला जाए।
Thursday, 22 September 2011
Sunday, 18 September 2011
Wednesday, 14 September 2011
Monday, 12 September 2011
डीटीसी बसों में हिन्दी डिसप्ले चलाने की मांग
नई दिल्ली। राजधानी में परिवहन साधन का उपयोग करने वाला एक बड़ा तबका आम आदमी का होता है और जबकि इन बसों में लगे इलैक्ट्रानिक डिस्प्ले अंग्रेजी में सूचना प्रदर्शित करते हैं जिससे हिन्दी भाषी लोगों को अंग्रेजी समझने में मुश्किल होती है। नई पीढ़ी-नई सोच संस्था ने इस जन समस्या पर आवाज उठाते हुए दिल्ली परिवहन मंत्री अरविन्दर सिंह लवली को पत्र लिखा।
इस पत्र के माध्यम से बताया कि बसों में लगे डिसप्ले बोर्ड अंग्रेजी में चलित या लगे होने के कारण अनपढ़ लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इसके साथ ही डीटीसी के कंडक्टर व ड्राइवर भी यात्रियों से बदतमीजी करते हैं व अपनी मर्जी से गेट खोलते व बंद करते हैं। स्टैंड पर गाड़ी नहीं रोकते खासकर लालकिले के स्टैंड पर गाड़ी न रोककर या तो गाड़ी आगे रोकते हैं या पीछे रोकते हैं। इसके साथ एक और समस्या पैदा होती है कि लाल किले के स्टैंड पर बस होती है और टिकट पिछले स्टैंड का मिलता है जब बस लाल किला पार कर जाती है तब उनका स्टैंड लाल किले का शुरू होता है जिसका खामियाजा यात्रियों को भरना पड़ता है क्योंकि यात्रियों को पता ही नहीं होता कि टिकट किस स्टैंड से कटा है।
आगे बताया है कि बस अड्डे से लेकर आईटीओ तक ज्यादातर बसें एसी की ही चलती हैं जबकि नान एसी बसें कम ही चलती है।नान एसी न मिलने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी होती है व मजबूरी में उन्हें एसी बसों में यात्रा करना पड़ती है।नई कलस्टर बसों में सुविधा फिर अच्छी हैं। कलस्टर बसों में कंडक्टर हर स्टैंड पर बस रुकवाकर आवाज लगाते हैं व अगला स्टाप आने वाला है बोलते हैं व उसमें भी अगले स्टाप की उद्घोषणा होती है मगर डीटीसी बस में ऐसा कुछ नहीं है। डीटीसी बसों में भी ऐसी सुविधा हैं मगर उसका इस्तेमाल नहीं किया जाता व यात्रियों के साथ भी दुर्व्यवहार किया जाता है।
संस्था ने परिवहन मंत्री से अनुरोध किया है कि डीटीसी की लो फ्लोर बसों की सभी सुविधाएं शुरू कर दी जाएं व ड्राइवर व कंडक्टरों को भी हिदायत दी जाए कि वह हर स्टैंड पर बस रोककर आवाज लगाएं व यात्रियों को परेशान न करें।
Thursday, 8 September 2011
Wednesday, 7 September 2011
दिल्ली हाईकोर्ट विस्फोट पर संस्था ने कड़ी निंदा की
दिल्ली हाईकोर्ट के गेट नम्बर 5 के सामने हुए धमाके में 11 की मौत व लगभग 91 के घायल होने पर नई पीढ़ी-नई सोच संस्था के अध्यक्ष साबिर हुसैन ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि खुफिया तंत्र व सुरक्षा एजेंसी का आपसी तालमेल न होने के कारण ही यह घटना हुई है क्योंकि 25 मई अर्थात् 3 महीने 13 दिन पहले भी दिल्ली हाईकोर्ट के गेट नम्बर 7 के सामने एक हल्का विस्फोट हो चुका है। उस विस्फोट के बाद भी सरकार व सुरक्षा एजेंसी ने उससे कोई सबक नहीं लिया जिसका नतीजा आज हमारे सामने है। यदि सुरक्षा एजेंसी व खुफिया तंत्र सही तरीके से कार्य करे तो हमारे देश में किसी भी तरह की अपिय घटना न हो।
साबिर हुसैन ने कहा कि मुझे यह समझ नहीं आता कि जब खुफिया तंत्र, सुरक्षा एजेंसियों, सरकार आदि को पता चल जाता है कि देश में अपिय घटना घटने वाली है तो वह पहले से क्यों नहीं सचेत होते हैं। घटना घटने के बाद ही लोग क्यों कहते हैं कि इसकी सूचना पहले से थी। कहीं न कहीं हमारी सुरक्षा व्यवस्था, खुफिया तंत्र आदि में कमी है जिसका खामियाजा हम सबको भरना पड़ता है। हम लोगों को चाहिए कि हम सदैव सचेत रहें और यदि कोई अपिय घटना होती है तो हमें अपना धैर्य नहीं खोना चाहिए बल्कि एक-दूसरे की मदद के लिए आगे आना चाहिए। जिससे कम से कम नुकसान हो।
Monday, 5 September 2011
Tuesday, 30 August 2011
Sunday, 28 August 2011
नई पीढ़ी-नई सोच संस्था ने किया इफ्तार पार्टी का आयोजन
नई दिल्ली। नई पीढ़ी-नई सोच की ओर से केंद्रीय कार्यालय पर इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि जनशक्ति पार्टी के लेबर सेल के उपाध्यक्ष उबैदुल रहमान, बिहार समाज समिति के संस्थापक अब्दुल खलीक, मुसर्रत टाइम्स के प्राधान उप सम्पादक दीपक कुमार, संस्था के पदाधिकारी व आम जन मौजूद थे।
उबैदुल रहमान ने सभी को रमजान की मुबारकबाद देते हुए ईद की भी मुबारकबाद दी व कहा कि संस्था के अभी एक वर्ष भी पूरे नहीं हुए हैं और इसने अपनी एक अलग पहचान बना ली है। इसका श्रेय संस्था के सभी पदाधिकारी व सदस्यों को जाता है जो हमेशा कार्य में लगे रहते हैं।
बिहार समाज समिति के संस्थापक अब्दुल खलीक ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि इस संस्था में सभी युवा हैं जो वुछ नया करने की सोचते रहते हैं और कर भी रहे हैं। इसलिए संस्था का नाम भी इन्होंने नईं पीढ़ी-नईं सोच युवाओं की एक नईं पहचान रखा है।
संस्था के अध्यक्ष साबिर हुसैन ने कहा कि रमजान खत्म होने वाले हैं। पता नहीं यह मुबारक महीना आगे नसीब होगा या नहीं। सभी देशवासियों को ईंद की मुबारकबाद दी व कहा कि अब युवा वर्ग जाग चुका है और अन्ना की जलाईं अल्ख युवा बुझने नहीं देगा। युवा ही भ्रष्टाचार को समाप्त कर सकता है, क्योंकि हर जगह युवा वर्ग को ही भ्रष्टाचार से दो-चार होना पड़ता है।
इस मौके पर संस्था की ओर से मौ. अनसार, जुबैर आजम हाजी जाबिर हुसैन, डॉ. आर. अंसारी, मौ. रियाज, शमीम हैदर, संजय कुमार, हिमांशू, अब्दुल रज्जाक, अन्जार, यामीन, नियामत, जमशेद आलम, इरफान आलम आदि मौजूद थे।
Thursday, 30 June 2011
Wednesday, 29 June 2011
शास्त्री पार्क समुदाय भवन में लाइब्रेरी खुलवाने की मांग की
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम धर्मपुरा वार्ड नम्बर 233 में शास्त्री पार्क में समुदाय भवन में लाइब्रेरी आज तक नहीं खुल पाई है जबकि उसमें जो कमरा आबंटित है उस पर ताला लगा हुआ है। इस वार्ड की फिलहाल पार्षद कांग्रेस की दीपा जैन हैं।
इस मामले में नई पीढ़ी-नई सोच संस्था के अध्यक्ष साबिर हुसैन ने महापौर रजनी अब्बी को पत्र लिखकर चिन्ता जताई है। अपने पत्र में उन्होंने कहा कि धर्मपुरा वार्ड में शास्त्री पार्क क्षेत्र आता है। इसमें लगभग 16 हजार मतदाता हैं। यहां पर एक समुदाय भवन है जिसका उद्घाटन लगभग सात-आठ साल पहले मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित, सांसद सन्दीप दीक्षित, स्थानीय विधायक चौ. मतीन अहमद, स्थानीय निगम पार्षद जमीर अहमद मुन्ना व एमसीडी के कई अधिकारियों ने किया था। जब विधानसभा सीलमपुर (49) सीलमपुर वार्ड (91) सांसद उत्तर-पूर्वी दिल्ली में था अब धर्मपुरा वार्ड 233, विधानसभा गांधीनगर (61) व सांसद पूर्वी दिल्ली है। उन्होंने कहा कि इस समुदाय भवन में लाइब्रेरी का कमरा बना है मगर आज तक यह कभी शुरू नहीं हुई। यहां पढ़ने व लिखने वाले स्कूली बच्चों, बड़े-बुजुर्ग लगभग 25-30 हजार हैं जो कि लाइब्रेरी चालू न होने के चलते दूसरी जगहों पर किताबें, आदि पढ़ने जाते हैं जिससे कभी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
पत्र में कहा गया है कि इसे चालू करवा दें ताकि यहां पढ़ने-लिखने वाले बच्चों, बड़े व बुजुर्गों को दूसरी जगह न जाना पड़े जिससे उनका समय तो बचेगा व परेशानी भी खत्म हो जाएगी।
Tuesday, 7 June 2011
किन्नरों (हिजड़ों) व किन्नरों को रखने वाले मकान मालिकों पर कार्यवाही हेतु श्रीमान पुलिस आयुक्त साहब को प्रार्थना पत्र
सेवा में,
श्रीमान पुलिस आयुक्त साहब
पुलिस मुख्यलय
आई टी ओ,नई दिल्ली-110002
विषयः-किन्नरों (हिजड़ों) व किन्नरों को रखने वाले मकान मालिकों पर कार्यवाही हेतु प्रार्थना पत्र।
महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि बुलंद मस्जिद, शास्त्री पार्क, दिल्ली-53 में किन्नरों(हिजड़ों) की वजह से कालोनीवासियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यह सभी किन्नर आदमी हैं। जो हिजड़ों की पोशाक पहनकर खुलेआम देह व्यापार का धंधा करते हैं। यह ज्यादतर बांग्लादेश आदि के रहने वाले हैं।
यह किन्नर सुबह होते ही मारुति कारों में बैठकर दूसरे इलाकों में बधाईआदि मांगने जाते हैं और मौका लगता है तो यह लोगों को लूट भी लेते हैं। इनमें ज्यादतर किराये के मकानों में रहते हैं, क्योंकि इनकी कोई स्थायी रियाहिश नहीं है जिसकी एवज में यह मकान मालिकों को 15-20 हजार रुपये महीना किराया देतेहैं।
इन हिजड़ों का आतंक इतना बढ़ गया है कि शाम होते-होते यह हिजड़े अपनेमकानों के बाहर, छत पर आदि से लोगों को अश्लील इशारे से बुलाते हैं और अपनेकमरों में ले जाकर देह व्यापार का धंधा कराते हैं। जिसके पास ज्यादा पैसे या कीमती सामान होता है तो वह लूट लेते हैं।
कालोनी के अधिकतर नौजावानों को किन्नरों (हिजड़ों) ने अपने जाल में फंसा लिया है। अब इस कालोनी की मां-बहनों का घर से निकलना दुभर हो गया है। छोटे-छोटे बच्चों पर भी इसका गलत प्रभाव पड़ रहा है। इस कारण यहां केनिवासियों में काफी रोष है और इन किन्नरों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है।
इस विषय में क्षेत्रिय पुलिस उपायुक्त, एसीपी व थाना प्रभारी को कालोनीवासियों व यहांकी संस्थाओं ने किन्नरों के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिये परंतु बड़ी खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि पुलिस प्रशासन चुप क्यों है। यहां पर दूसरा रेड लाइट एरिया (जीबीरोड) बन रहा है और पुलिस या तो कुछ जानती नहीं या किन्नरों और किन्नरों कोरखने वाले मकान मालिकों से मोटी रकम लेकर खामोश है। जिसके कारण यहां के मकान मालिकों के हौसलें बुलन्द होते जा रहे हैं।
उक्त विषय को लेकर कालोनीवासी कोई गलत कदम नहीं उठाना चाहते हैंऔर ना ही कानून को अपने हाथ में लेना चाहते हैं। कालोनीवासियों की आस्था अपने देश के कानून और पुलिस से न्याय की उम्मीद रखती है।
अगर इस विषय पर जल्द से जल्द कार्यवाही न की गई तो मजबूरन यहां की संस्था कालोनीवासियों के हित में व कालोनीवासियों के सहयोग से धरना-प्रदर्शन करने मेंभी पीछे नहीं हटेगी।
अतः संस्था आपसे विनम्र निवेदन करती है कि किन्नरों और किन्नरों को रखनेवाले मकान मालिकों पर सख्त से सख्त कार्यवाही हो। सभी कालोनीवासी व संस्था सदा आपकी आभारी रहेगी।
प्रार्थी
साबिर हुसैन
दिनांक 07.06.2011 (अध्यक्ष)
नई पीढ़ी-नई सोच(पंजी)
Tuesday, 15 March 2011
Tuesday, 22 February 2011
Monday, 21 February 2011
संस्था द्वारा राजकीय सह-शिक्षा माध्यमिक विद्यालय, बुलंद मस्जिद, शास्त्री पार्क स्कूल के छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया

संस्था की ओर से मुख्य अतिथि श्री अरविन्दर सिंह लवली (शिक्षा व परिवहन मंत्री, दिल्ली सरकार), स्थानीय निगम पार्षद दीपा जैन व स्कूल के उपप्रधानाचार्य श्री जितेन्द्र कुमार को स्मृति चिन्ह भेंट किया।


उबैदुल रहमान ने कहा कि यहां बच्चों के लिए एक छोटी सी भेंट है जो बच्चों को प्रेरणा देगी जिससे बच्चे शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधि में आगे आएंगे।
स्थानीय निगम पार्षद श्रीमती दीपा जैन ने कहा संस्था ने जो पहल की वह सराहनीय है इससे बच्चों का मनोबल बढ़ेगा। संस्था के अध्यक्ष श्री साबिर हुसैन ने कहा कि हमारी संस्था पहले से ही वयस्क शिक्षा पर कार्य कर रही है जिसमें लगभग 60-70 महिला-पुरुष पढ़ रहे हैं। बच्चों को सिर्फ एक छोटा-सा तोफहा है जिससे बच्चे आगे बढ़ेंगे व स्कूल व अपना नाम रोशन करेंगे।
इस अवसर पर सरपरस्त अब्दुल खालिक, जुबैर आजम, हाजी जाबिर हुसैन, अंसार, नासिर सुलतान, उबैदुल रहमान, मौ. रियाज, शमीम हैदर, डा. आर अंसारी संस्था के पदाधिकारी सदस्य, पीटीए के सदस्य, बाहर से आए मेहमान व अभिभावक शामिल थे।
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