नई दिल्ली। नई पीढ़ी-नई सोच संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष श्री साबिर हुसैन ने सीटैट के परीक्षार्थियों को उर्दू विषय में 5-10 अंक की छूट देने की मांग की है। उन्होंने सीटैट के निदेशक को पत्र लिखकर बताया कि 21 सितंबर, 2014 को प्रथम पाली में जो सीटैट का पेपर हुआ उसमें उर्दू का जो भाग था उसकी छपाईं सही नहीं थी। यह कंप्यूटर द्वारा कंपोज नहीं थी बल्कि हाथ से लिखकर उसे स्कैन किया गया था।
जिससे परीक्षार्थियों को पढ़ने व समझने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। जिस कारण कई परीक्षार्थियों के पेपर तक छूट गए या गलत हो गए। कई जगहों पर उर्दू विषय का पेपर भी देर से आया। इस कारण इससे उर्दू विषय के छात्रों के अंक भी कम आएंगे व वह फेल भी हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इस पर ध्यान दिया जाए और इसकी भरपाईं करने के लिए परीक्षार्थियों को 5-10 अंक की छूट दी जाए जिससे वह सीटैट की परीक्षा उत्तीर्ण कर सकें क्योंकि यह मामूली गलती नहीं बल्कि जानबूझकर की गई गलती लगती है।
जिससे परीक्षार्थियों को पढ़ने व समझने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। जिस कारण कई परीक्षार्थियों के पेपर तक छूट गए या गलत हो गए। कई जगहों पर उर्दू विषय का पेपर भी देर से आया। इस कारण इससे उर्दू विषय के छात्रों के अंक भी कम आएंगे व वह फेल भी हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इस पर ध्यान दिया जाए और इसकी भरपाईं करने के लिए परीक्षार्थियों को 5-10 अंक की छूट दी जाए जिससे वह सीटैट की परीक्षा उत्तीर्ण कर सकें क्योंकि यह मामूली गलती नहीं बल्कि जानबूझकर की गई गलती लगती है।