नई दिल्ली। नई पीढ़ी-नई सोच संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष श्री साबिर हुसैन ने 1 जनवरी से शुरू होने वाली अतिरिक्त कक्षाओं में उर्दू की भी कक्षाएं लगाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व श्रीमती पद्मनी सिंघला जी, शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर मांग की है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि शिक्षा विभाग (दिल्ली सरकार) की ओर से 1 जनवरी, 2016 से हिन्दी, अंग्रेजी और गणित की अतिरिक्त कक्षाओं की शुरुआत करने की योजना है, जो विद्यार्थियों के लिए शिक्षा विभाग (दिल्ली सरकार) का एक अच्छा और सराहनीय कदम है। इससे विद्यार्थियों की शिक्षा में सुधार होगा साथ ही साथ विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम भी अच्छा आएगा।
उन्होंने आगे लिखा है कि मगर हमें अफसोस के साथ कहना पढ़ रहा है कि यह घोषणा उर्दू के विद्यार्थियों के लिए नहीं है जोकि उर्दू भाषा के साथ अन्याय तो है ही उर्दू पढ़ने वाले विद्यार्थियों के साथ भी अन्याय है। इन अतिरिक्त कक्षाओं से उर्दू पढ़ने वाले कमजोर विद्यार्थियों को कुछ सिखाने का मौका मिलता जोकि उर्दू की कक्षा नहीं लग पाने के कारण नहीं मिल पाएगा। इसलिए शिक्षा विभाग इस ओर ध्यान दे कि जहां भी 70 प्रतिशत से अधिक छात्र उर्दू पढ़ने वाले हैं वहां पर इन उर्दू पढ़ने वाले छात्रों की अनदेखी न करें। यदि शिक्षा विभाग (दिल्ली सरकार) की ओर से उर्दू की भी अतिरिक्त कक्षाएं भी लगाई जाएं। जिससे उर्दू पढ़ने वाले कमजोर विद्यार्थियों को इस अतिरिक्त कक्षाओं से उर्दू तो अच्छी होगी ही व पढ़ने-समझने में भी मदद मिलेगी।