Monday 1 June 2015

शबे बारात पर बच्चों को गाड़ी न दें अभिभावक: साबिर हुसैन

नई दिल्ली। नई पीढ़ी-नई सोच संस्था द्वारा शबे बारात के मौके पर चलाए जा रहे जागरूकता अभियान की शुरुआत आज संस्था के कार्यालय से शुरू हुई। इस जागरूकता अभियान की शुरुआत  संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष श्री साबिर हुसैन ने संस्था के पदाधिकारी व सदस्यों को जानकारी देते हुए की। साबिर हुसैन ने कहा कि शबे बारात की रात को भी हम सभी पदाधिकारी व सदस्य रोड पर निकलकर लोगों को इस रात की फजीलत बताएंगे व जहां भी शबे बारात से संबंधित प्रोग्राम हो रहा होगा वहां भी इस जागरूकता अभियान से लोगों को जोड़ेंगे ताकि लोग अपनी सुरक्षा के साथ दूसरों को भी इस रात को सैर सपाटे में तब्दील न करने से रोकें।
साबिर हुसैन ने आगे कहा कि लोग खासकर युवा पीढ़ी इस रात को सैर सपाटे में तब्दील कर देते हैं जबकि यह गलत है। उन्होंने कहा कि यह रात ऐसी रात है जिसमें जितनी इबादत की जाए उतनी कम है।
उन्होंने कहा कि हर साल शबे बारात की रात में कई लोग अपनी जान गंवा बैठते हैं। इसमें कई बार गलती खुद की होती है तो कई बार दूसरे की गलती का खामियाजा भुगतना पड़ता है।
दिल्ली पुलिस की लाख कोशिशों के बाद भी हर साल बाइक सवार हुड़दंग करने से बाज नहीं आते हैं और अपनी व दूसरों की जान को नुकसान पहुंचाते हैं। शबे बारात की रात इबादत की रात है। बाइक आदि से हुड़दंग मचाने की नहीं।
उन्होंने आगे कहा कि जबकि कुछ नौजवान इन बातों को भूलकर अपनी ही दुनिया में मस्त हो जाते हैं और बाइक आदि से हुड़दंग मचाते हैं और यह समझते हैं कि आज पुलिस भी कुछ नहीं कहेगी जो कि गलत है। पुलिस धार्मिक भावनाओं के कारण उन्हें कुछ नहीं कहती। साबिर हुसैन न कहा कि सभी अभिभावकों को यह ध्यान रखना होगा कि आपका बच्चा आपकी गाड़ी तो नहीं ले जा रहा है। उन्हें गाड़ी न दें बल्कि इस रात की फजीलत के बारे में जानकारी दें जिससे सभी को फायदा होगा।


शबे बारात पर कार्यक्रम का आयोजन आज
नईं दिल्ली। हर साल शबे बारात की रात में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और इस रात की फजीलत के बारे में जानकारी दी जाती है। यह रात इबादत की रात कहलाती है। कहा जाता है कि इस रात में जितनी इबादत की जाए वह कम है क्योंकि यह रात साल में एक बार आती है जिसे शबे कदर की रात भी कहते हैं।
वहीं इस साल नई पीढ़ी-नई सोच संस्था की नौजवान (युवा) विंग की ओर से भी कार्यक्रम का आयोजन संस्था के केंद्रीय कार्यालय के निकट किया जाएगा। इसमें कई सारे प्राोग्राम किए जाएंगे जैसे नात, तकरीर, बयान आदि। इसमें मदनी मस्जिद के इमाम जनाब हाफिज मो. इकराम, हाफिज मतीन, हाफिज शमसे आलम आदि अपने बयान व तकरीर देंगे। वहीं मदनी मस्जिद में पढ़ने वाले बच्चे भी नात व दीन की बातों की जानकारी देंगे। इसके लिए बच्चों को इनाम व संस्था की ओर से प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।
इस कार्यक्रम की जानकारी संस्था के अध्यक्ष श्री साबिर हुसैन ने दी कि संस्था की नौजवान विंग ने पूरे कार्यक्रम की जिम्मेदारी ली है और उसे अंजाम दे रहे हैं।
इसमें मो. रियाज, डॉ. आर. अंसारी, मो. यामीन, फुरकान, गुलजार, मो. नसीम, मो. सज्जाद, मो. जसीम, मो. कुरबान, अंजार, मो. अरशद, अबूजर, रिजवान, मो. साजिद आदि नौजवानों का योगदान है।

VIR ARJUN 1-6-2015


DONATION

Ansar Sound Box

Contact Form

Name

Email *

Message *