Wednesday 17 June 2015

नए शिक्षकों को भी परीक्षा देने का मौका मिले : साबिर हुसैन

नई दिल्ली। नई पीढ़ी-नई सोच संस्था हर तरह से समाज के लिए कार्य करने के लिए आगे रहती है। चाहे किसी भी तरह कार्य हो। जैसे स्वास्थ्य कैंप लगवाना, लोगों के खाता खुलवाना, पहचान पत्र बनवाना, आधार कार्ड बनवाना आदि। इसी कड़ी में संस्था ने एक अध्याय और जोड़ा है।
संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष श्री साबिर हुसैन ने दिल्ली सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा गेस्ट टीचरों को नियमित करने के कदम का स्वागत किया है और सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा मांगे गए सुझाव व शिकायत पर संस्था की ओर से कुछ सुझाव रखे हैं।
उन्होंने कहा कि मैं और मेरी संस्था शिक्षा विभाग व दिल्ली सरकार द्वारा गेस्ट टीचरों को स्थायी करने के सर्पुलर का स्वागत करते हैं व उन्हें बधाई देते हैं कि लंबे समय से कार्य कर रहे गेस्ट टीचरों को नियमित किया जाएगा। साबिर हुसैन ने अपनी राय रखते हुए पत्र में कहा कि इस सर्पुलर में नए शिक्षकों को कोई स्थान नहीं दिया गया है जो कि गलत है। क्योंकि जो नए शिक्षक हैं वह कहां जाएंगे। जिन लोगों की अक्तूबर से दिसम्बर 2014 के बीच वेरिफिकेशन हुई थी लेकिन उन्हें यह कहकर नियुक्ति नहीं दी गई कि पिछले साल कार्य करने वाले टीचरों को पहले रखा जाएगा जिन्होंने कैट में केस जीता है।
उन्होंने कहा कि नए शिक्षकों का फार्म आदि भरवाएं और उन्हें भी परीक्षा आदि देने का मौका दें, चाहे उन्हें बाद में नियुक्ति दें क्योंकि 2014 में कई लोगों की वेरिफिकेशन हुई है और शिक्षा विभाग में टीचरों के कई सारे पद खाली हैं।
उन्होंने पत्र के आखिर में कहा कि शिक्षा विभाग में कई सारे टीचर फर्जी तरीके से कार्य कर रहे उनकी जांच हो और उन पर कार्यवाही हो क्योंकि ऐसे ही शिक्षक सरकार व शिक्षा विभाग के सर्पुलर का विरोध कर रहे हैं। उन्हें पता है कि अगर हमने परीक्षा दी तो हम फेल हो जाएंगे, यदि हम पास हो भी गए तो सत्यापन में फेल हो जाएंगे।
साबिर हुसैन ने सरकार व शिक्षा विभाग से आखा की है कि वह नए शिक्षकों को परीक्षा देने का मौका देगी ताकि भविष्य की परेशानी से निपटा जा सके।

कब्रिस्तान का क्षेत्रफल बढ़ाने की मांग की

नई दिल्ली। नई पीढ़ी-नई सोच संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष साबिर हुसैन ने बुलंद मस्जिद कालोनी के कब्रिस्तान को बढ़ाने के लिए उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री, अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री व शहरी विकास मंत्री मनीष सिसोदिया, डीडीए उपाध्यक्ष, महापैर पूर्वी दिल्ली एमसीडी, उपायुक्त पूर्वी दिल्ली एमसीडी, चेयरमेन/सचिव दिल्ली वक्फ बोर्ड, गांधीनगर विधायक अनिल कुमार वाजपेयी, धर्मपुरा वार्ड 233 की निगम पार्षद तुलसी को पत्र लिखा।
उन्होंने पत्र में लिखा कि बुलंद मस्जिद कालोनी जो पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र, गांधीनगर विधानसभा व धर्मपुरा वार्ड 233 के अंतर्गत आती है। इस कालोनी में एक कब्रिस्तान है जो कालोनी अनुसार तो ठीक है परंतु इस कालोनी के अलावा भी यहां पर मय्यतों को दफनाया जाता है जैसे जैन मंदिर शास्त्री पार्क, चांद मस्जिद शास्त्री पार्क, कैथवाड़ा, उस्मानपुर पहला, दूसरा पुस्ता, कैलाश नगर, अजीत नगर, धर्मपुरा, चंद्रपुरी, अजीत नगर, गांधीनगर आदि जिस कारण यह कब्रिस्तान काफी छोटा पड़ गया है।
उन्होंने पत्र में आगे लिखा कि कब्रिस्तान के चारों तरफ काफी जमीन पड़ी है जिसे किसी भी ओर चैड़ा या बड़ा किया जाए तो कोई परेशानी नहीं होगी क्योंकि रोजाना यहां लगभग 5-8 मय्यतों को दफनाया जाता है जिससे यह कब्रिस्तान छोटा पड़ रहा है। यदि इसे बढ़ाया अथवा चैड़ा किया जाए तो यह कालोनी वालों के साथ-साथ आस-पास से आने वाली मय्यतों को दफनाने में कोई परेशानी नहीं आएगी।
उन्होंने पत्र में लिखा कि यहां पर सभी कब्रें नई हैं जिस कारण यहां पर दूसरी मय्यतों को दफनाना मुश्किल है क्योंकि कोई भी क्रब जब तक अपने आप नहीं धंस जाती तब तक उसमें दूसरी मय्यत को दफनाया नहीं जा सकता। किसी भी क्रब को धंसने व दूबारा तैयार करने के लिए लगभग 3-4 साल लग जाते हैं। जबकि यहां 5-8 मय्यतों को रोजाना दफनाया जाता है ऐसे में यह कब्रिस्तान रोजाना छोटा होता जा रहा है।
उन्होंने पत्र के आखिर में लिखा कि इस ओर जल्द से जल्द ध्यान दें ताकि यहां हो रही परेशानी को कम किया जा सके क्योंकि यदि समय रहते यह परेशानी कम नहीं हुई तो यहां परेशानी बढ़ेगी। कब्रिस्तान को किसी भी ओर बढ़ाया जा सकता है।

DONATION

Ansar Sound Box

Contact Form

Name

Email *

Message *